फिर कलियां तेरे तबस्सुम की चुनने आया हूं
इन पलकों के दामन में कुछ पल छुपने आया हूं
भरी महफ़िल में जो कहते रहे तुम निगाहो से
इस तन्हाई में वो तेरे लबो से सुनने आया हूं
इन पलकों के दामन में कुछ पल छुपने आया हूं
भरी महफ़िल में जो कहते रहे तुम निगाहो से
इस तन्हाई में वो तेरे लबो से सुनने आया हूं
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