जरा सी चोट लग जाये,तो क्यों बिखर जाते है लोग
जोड़ने की कहते कहते,तोड़ने पे उतर आते है लोग
दूर से नजर आते ही,उम्मीद सी दिल में जगा के
करीब आ के लेकिन,बिन देखे गुजर जाते है लोग
This is my own shayari.Thanks 2 Rafi sahab,he directly or indirectly taught me to do a shayari.i hope you will like it.
2 comments:
बहुत बढ़िया
विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
Wonderful..! :-)
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