बस एक नजर देखो तुम,हर जख्म का मरहम इसी में है
खामोश दिल का मुस्कुराना,अब भी तुम्हारी ख़ुशी में है
इन्कार न करना ऐ दोस्त,के मेरा दिल कह रहा है मुझसे
के मेरे बगैर कोई कमी सी,आज भी तेरी जिंदगी में है
इन्कार न करना ऐ दोस्त,के मेरा दिल कह रहा है मुझसे
के मेरे बगैर कोई कमी सी,आज भी तेरी जिंदगी में है
1 comment:
बहुत खूब ...
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