ये नफरत ही तेरे प्यार का मयार हो शायद
मेरे प्यार का उस्लूब बस ये प्यार ही रहेगा
एक रोज़ तो होंगे मेरे साये तुमसे वाबस्ता
ता-उम्र मेरी नजर को तेरा इन्तेजार ही रहेगा
मेरे प्यार का उस्लूब बस ये प्यार ही रहेगा
एक रोज़ तो होंगे मेरे साये तुमसे वाबस्ता
ता-उम्र मेरी नजर को तेरा इन्तेजार ही रहेगा