Wednesday, April 16, 2014

...न छोड़ सकूंगा

छोड़ दूंगा ये दुनिया,पर ये ख्वाब न छोड़ सकूंगा 
वो इबादत है मेरी,मै  ये सवाब न छोड़ सकूंगा
तड़प है सुकु है फिर भी,के है प्यार मुझे उस से 
है कसम उसकी,मै ये इंतख्वाब न छोड़ सकूंगा 

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