नीले आसमाँ पे मिलेगा लोगो,एक अब्र-ए-सुर्ख का निशाँ
लिखा है खून-ए-दिल से मैंने, फलक पे नाम उनका
अब्र-बादल , सुर्ख- लाल, फलक-आसमान
This is my own shayari.Thanks 2 Rafi sahab,he directly or indirectly taught me to do a shayari.i hope you will like it.
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