Monday, August 27, 2012

जब से छोड़ा है तुमने मुझ को 
तुम तो अब तुम्हारे भी न रहे 
जिन सितारों की खातिर तुमने चाँद को है ठुकराया 
अफ़सोस! फलक पे अब वो सितारे भी न रहे ......

Monday, March 5, 2012

...ऐसा कुछ भी नहीं

मुझे तुमसे नफरत है,ऐसा कुछ भी नहीं
दिल को एक गैरत है,ऐसा कुछ भी नहीं
बाकी है यादे तेरी,मेरे मजलिस-ए-दिल में
ये दौर-ए-खिलवत है,ऐसा कुछ भी नहीं